अमृत विहार न्यूज

दूरसंचार विभाग (डीओटी) की तकनीकी शाखा दूरसंचार इंजीनियरिंग केंद्र (टीईसी) ने टेलीमैटिक्स विकास केंद्र (सी-डॉट) के सहयोग से आज नई दिल्ली में तीसरे अंतरराष्ट्रीय क्वांटम संचार सम्मेलन (इंटरनेशनल क्वांटम कम्युनिकेशन कॉन्क्लेव) की मेजबानी की। इस उच्च स्तरीय सम्मेलन में मानकीकरण, अनुसंधान और सुरक्षित डिजिटल परिवर्तन पर विशेष जोर के साथ, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और नीति निर्माताओं ने क्वांटम संचार के भविष्य पर विचार-विमर्श किया।
केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया; संचार राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी ने सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर अजय कुमार सूद; डीसीसी के अध्यक्ष एवं सचिव (दूरसंचार) डॉ. नीरज मित्तल और वरिष्ठ डीडीजी एवं टीईसी प्रमुख श्रीमती तृप्ति सक्सेना भी उपस्थित थे।
सम्मेलन खास तौर पर 2023 में ₹6003.65 करोड़ के परिव्यय के साथ शुरू किए गए राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के मद्देनजर, क्वांटम संचार प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में भारत द्वारा उठाए गए कदमों के एक हिस्से के रूप में आयोजित किया गया था। यह मिशन, प्रधानमंत्री विज्ञान और प्रौद्योगिकी नवाचार सलाहकार परिषद के तहत एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य शिक्षा, उद्योग और स्टार्ट-अप में एक जीवंत और अभिनव पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देते हुए क्वांटम प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान और विकास को प्रोत्साहन देना है।
