अमृत विहार न्यूज

गौतम उपाध्याय /गया जी
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज बिहार के गया में 12,000 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने ज्ञान और मोक्ष की पावन नगरी गया जी को नमन किया और विष्णुपद मंदिर की गौरवशाली भूमि से सभी का अभिवादन किया। श्री मोदी ने कहा कि गया जी की भूमि आध्यात्मिकता और शांति की धरती है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि ये वो पवित्र धरती है, जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। श्री मोदी ने कहा, ‘’गया जी की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत प्राचीन और बेहद समृद्ध है।” यह देखते हुए कि इस क्षेत्र के लोग चाहते हैं कि इस शहर को केवल “गया” नहीं, बल्कि सम्मानपूर्वक “गया जी” कहा जाए, प्रधानमंत्री ने इस भावना का सम्मान करने के लिए बिहार सरकार को बधाई दी। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि केंद्र और बिहार में उनकी सरकारें लगातार गया जी के तीव्र विकास के लिए काम कर रही हैं।

इस बात पर प्रकाश डालते हुए कि आज, गया जी की पवित्र धरती से, एक ही दिन में 12,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया है, श्री मोदी ने कहा कि ये परियोजनाएं ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवा और शहरी विकास सहित प्रमुख क्षेत्रों में फैली हुई हैं। उन्होंने कहा कि ये पहल बिहार की औद्योगिक क्षमता को मज़बूत करेंगी और युवाओं के लिए रोज़गार के नए अवसर पैदा करेंगी तथा इन परिवर्तनकारी परियोजनाओं के लिए बिहार के लोगों को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने आगे बताया कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए आज एक अस्पताल और अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके साथ बिहार के लोगों को अब कैंसर के इलाज के लिए एक अतिरिक्त सुविधा मिल गई है।इस बात पर जोर देते हुए कि गरीबों के जीवन से कठिनाइयों को दूर करना और महिलाओं के जीवन को आसान बनाना एक लोक सेवक के रूप में उन्हें सबसे अधिक संतुष्टि देता है, प्रधानमंत्री ने दोहराया कि गरीबों को पक्के घर प्रदान करना उनकी प्रमुख प्रतिबद्धताओं में से एक है। उन्होंने घोषणा की कि जब तक हर ज़रूरतमंद व्यक्ति को पक्का घर नहीं मिल जाता, तब तक वो आराम नहीं करेंगे। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि इसी संकल्प का पालन करते हुए, पिछले 11 वर्षों में, देश भर में गरीबों के लिए 4 करोड़ पक्के घर बनाए गए हैं। यह देखते हुए कि अकेले बिहार में 38 लाख से अधिक घर बनाए गए हैं और गया ज़िले में 2 लाख से अधिक परिवारों को अपने पक्के घर मिले हैं, श्री मोदी ने बल देकर कहा कि ये सिर्फ़ घर नहीं हैं, बल्कि गरीबों के लिए गरिमा के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि ये घर बिजली, पानी, शौचालय और गैस कनेक्शन से लैस हैं—यह सुनिश्चित करते हुए कि गरीब परिवार भी सुविधा, सुरक्षा और गरिमा के साथ रहें।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पहल को जारी रखते हुए, बिहार के मगध क्षेत्र में 16,000 से अधिक परिवारों को अब उनके पक्के घर मिल गए हैं। उन्होंने कहा कि इस साल इन घरों में दिवाली और छठ पूजा का उत्सव और भी जीवंत होगा। उन सभी लाभार्थी परिवारों को बधाई देते हुए, जिन्हें उनके घर मिले हैं, श्री मोदी ने उन लोगों को आश्वासन दिया कि जो अभी भी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभ की प्रतीक्षा कर रहे कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक हर गरीब नागरिक को पक्का घर नहीं मिल जाता।
“बिहार चंद्रगुप्त मौर्य और चाणक्य की भूमि है। जब भी भारत को अपने दुश्मनों से चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, बिहार राष्ट्र के लिए एक ढाल बनकर खड़ा रहा है”, श्री मोदी ने बल देकर कहा कि बिहार की धरती पर लिया गया कोई भी संकल्प कभी अधूरा नहीं रहता। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का उल्लेख करते हुए, जहां निर्दोष नागरिकों को उनका धर्म पूछकर उनकी हत्या कर दी गई थी, प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि यह बिहार की धरती से ही था कि उन्होंने आतंकवाद को खत्म करने की कसम खाई थी। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि आज दुनिया बिहार की धरती पर लिए गए उस संकल्प को पूरा होते हुए देख रही है। श्री मोदी ने राष्ट्र को याद दिलाया कि जब पाकिस्तान ड्रोन और मिसाइल हमले कर रहा था, तब भारत हवा में तिनके की तरह उन मिसाइलों को हवा में ही रोककर निष्क्रिय कर रहा था। उन्होंने बल देकर कहा कि पाकिस्तान की एक भी मिसाइल भारत को नुकसान नहीं पहुंचा पाई।

यह उल्लेख करते हुए कि उन्होंने लाल किले से एक गहरी चिंता व्यक्त की थी – जो बिहार को भी प्रभावित करती है, श्री मोदी ने कहा कि देश में घुसपैठियों की बढ़ती संख्या गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि बिहार के सीमावर्ती ज़िलों की जनसांख्यिकीय प्रोफाइल तेज़ी से बदल रही है और पुष्टि की कि उनकी सरकार ने राष्ट्र के भविष्य का फैसला घुसपैठियों को नहीं करने देने का संकल्प लिया है। प्रधानमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि घुसपैठियों को बिहार के युवाओं से रोज़गार के अवसर छीनने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने बल देकर कहा कि देश के नागरिकों के लिए बनी सुविधाओं को घुसपैठिए द्वारा लूटने नहीं दिया जाएगा। इस खतरे से निपटने के लिए प्रधानमंत्री ने एक डेमोग्राफी मिशन शुरू करने की घोषणा की, जो बहुत जल्द काम करना शुरू कर देगा। उन्होंने बल देकर कहा कि हर घुसपैठिए को देश से बाहर निकाला जाएगा और बिहार के लोगों से आग्रह किया कि वे देश के भीतर उन लोगों से खिलाफ सतर्क रहे, जो घुसपैठियों का समर्थन करते हैं। श्री मोदी ने बिहारियों को उनके अधिकारों से वंचित करने औरउन्हें घुसपैठियों के हवाले करने की कोशिश करने के लिए विपक्षी दलों की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति के लिए ये दल किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। प्रधानमंत्री ने बिहार के लोगों से अत्यंत सतर्क रहने का आह्वान किया।
बिहार को विपक्षी दलों के हानिकारक इरादों से बचाने पर ज़ोर देते हुए श्री मोदी ने बल देकर कहा कि यह बिहार के लिए एक बहुत ही निर्णायक समय है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि बिहार के युवाओं के सपने पूरे होंगे और बिहार के लोगों की आकांक्षाओं को नई उड़ान दी जानी होगी। इस बात पर प्रकाश डालते हुए कि केंद्र सरकार इस उद्देश्य के लिए श्री नीतीश कुमार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है, प्रधानमंत्री अपने भाषण का समापन करते हुए कहा कि बिहार में विकास की गति बनाए रखने के लिए केंद्र और राज्य में उनकी सरकारें निरंतर कड़ी मेहनत कर रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि आज की विकास परियोजनाएं इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।

इस कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल, श्री आरिफ मोहम्मद खान, बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह, श्री जीतन राम मांजी, श्री गिरिराज सिंह, श्री चिराग पासवान, श्री नित्यानंद राय, श्री राम नाथ ठाकुर, डॉ. राज भूषण चौधरी, श्री सतीश चंद्र दुबे सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।