अमृत विहार न्यूज
संवाद सहयोगी|गोह

गोह। साहित्यकार सह शिक्षक डॉ.रविनंदन की दो पुस्तकें भ्रमजाल एवं नाश एक अभिशाप का एक समारोह आयोजित कर विमोचन किया गया। समाजसेवी अनिरुद्ध विश्वकर्मा उर्फ दिलीप के नेतृत्व में आयोजित इस विमोचन सह सम्मान -समारोह का गया मगध विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त व्याख्याता प्रो.रामशकल बिंद, प्रो.अलखदेव प्रसाद अचल, शंभु शरण सत्यार्थी, प्रो प्रमोद कुमार सिंह सहित कई गण्यमान्य लोगो ने संयुक्तरूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए प्रो. रामशकल बिंद ने कहा कि समाज के नवनिर्माण में साहित्यकारों की अहम भूमिका है। उन्हें काफी सजग एवं सहज रहना चाहिए ताकि वे समाज के अच्छी तरह से समझकर कुरीतियों को दूर करने का प्रयास करें। आयोजनकर्ता को बधाई देते हुए कहा कि आज के दौर में और गोह जैसे सुदूरवर्ती इलाको में इस तरह का अयोजम करना है सराहनीय पहल है। तो वहीं प्रो.अलखदेव प्रसाद अचल ने समालोचना करते हुए कहा कि भ्रमजाल उपन्यास मनोविज्ञान पर आधारित है। जिसे पढ़ने एवं समझने की जरूरत है। समारोह में पत्रकार दिलीप विश्वकर्मा को पत्रकारिता में 25 वर्ष पूरे होने एवं रविनंदन के 50 वीं रचना के प्रकाशन पर संस्था द्वारा विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इसके अलावा सभी अतिथियों के साथ समाज में बेहतर कार्य करने वाले कई समाजसेवी एवं शिक्षाविदों को सम्मानित भी किया गया। जैतीया मिडिल स्कूल के छह साल के आयुष कुमार को बेहतर चित्रकारी के लिए प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी विन्देश्वरो शर्मा ने किया। इस मौके पर प्रो.प्रमोद कुमार सिंह, समाजसेवी डॉ.आरयू कुमार, शिक्षक अंबुज कुमार, गौतम कुमार, समुंदर सिंह, अवधेशनन्दन द्विवेदी, बृजमोहन राम, अमरेंद्र कुमार, निरु कुमारी, अमृत कुमार, लखन पासवान, सुरेन्द्र चंद्रवंशी, सुनील ठाकुर, अमरेश कुमार, नागेश्वर प्रसाद सिंह, श्यामसुंदर , संजय कुमार सिंह, रामविनय यादव, मणिकांत पाण्डेय, गौतम उपाध्याय, रंजीत कुमार, आशुतोष मिश्रा, कुंदन गिरी, मंनोज कुमार, रवींद्र पासवान, गया कुमार, अरुण कुमार, दीपक कुमार शाह सहित कई सम्मानित लोग उपस्थित थे।
