अमृत विहार न्यूज

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 20-21 जून को बिहार, ओडिशा और आंध्र प्रदेश का दौरा करेंगे। 20 जून को वह बिहार के सिवान का दौरा करेंगे और दोपहर करीब 12 बजे कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर वह जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
बिहार में बुनियादी ढांचे और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए, प्रधानमंत्री सीवान में कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और उद्घाटन करेंगे।
क्षेत्र में रेलवे के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देते हुए, प्रधानमंत्री 400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली नई वैशाली-देवरिया रेल लाइन परियोजना का उद्घाटन करेंगे और इस मार्ग पर एक नई ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके अतिरिक्त, उत्तर बिहार में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मुजफ्फरपुर और बेतिया के रास्ते पाटलिपुत्र और गोरखपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाएंगे।
“मेक इन इंडिया – मेक फॉर द वर्ल्ड” के विजन को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री गिनी गणराज्य को निर्यात के लिए मरहोरा प्लांट में निर्मित अत्याधुनिक लोकोमोटिव को भी हरी झंडी दिखाएंगे। यह इस कारखाने में निर्मित पहला निर्यात लोकोमोटिव है। यह उच्च-हॉर्सपावर इंजन, उन्नत एसी प्रणोदन प्रणाली, माइक्रोप्रोसेसर-आधारित नियंत्रण प्रणाली, एर्गोनोमिक कैब डिज़ाइन से सुसज्जित हैं और इसमें पुनर्योजी ब्रेकिंग जैसी तकनीकें शामिल हैं।
गंगा नदी के संरक्षण और कायाकल्प के लिए प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री क्षेत्र के लोगों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए 1800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली नमामि गंगे परियोजना के तहत छह सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का उद्घाटन करेंगे।
प्रधानमंत्री बिहार के विभिन्न शहरों में 3000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली जलापूर्ति, स्वच्छता और एसटीपी की आधारशिला भी रखेंगे। इसका उद्देश्य इन शहरों के नागरिकों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना है।
क्षेत्र में बिजली के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए, प्रधानमंत्री बिहार में 500 मेगावाट क्षमता की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) की आधारशिला रखेंगे। राज्य के 15 ग्रिड सबस्टेशनों पर स्टैंडअलोन बीईएसएस लगाए जा रहे हैं, जिनमें मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया, सीवान आदि शामिल हैं। प्रत्येक सबस्टेशन में लगाई जाने वाली बैटरी की क्षमता 20 से 80 मेगावाट है। यह वितरण कंपनियों को महंगी दरों पर बिजली खरीदने से बचाएगा क्योंकि पहले से संग्रहीत बिजली को सीधे उपभोक्ताओं को वापस ग्रिड में भेजा जाएगा।
प्रधानमंत्री बिहार में पीएमएवाई यू के 53,600 से अधिक लाभार्थियों को पहली किस्त भी जारी करेंगे। वे पीएमएवाई यू के 6,600 से अधिक पूर्ण हो चुके मकानों के गृह प्रवेश समारोह के अवसर पर कुछ लाभार्थियों को चाबियाँ भी सौंपेंगे।